मेरी प्रकाशित पुस्तकें :-


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Friday, May 8, 2020

रचना - लोग © संदीप रावत ,श्रीनगर गढ़वाल

                         " लोग "
              
झूटी- सच्ची बुज्याड़ि जिकुड़ी धरदन लोग
मुखड़ी देखी सामणि  टुकड़ी डलदन लोग ।

हुणत्यळि डाळी का मौळंदा पात देखीक
झट्ट जलड़ौंम छांछ  संग्ती डलदन लोग ।

दूधौ-दूध ,  पाण्यो- पाणि द्यिख्येंद  सब्यूं
पिछनै बाघ सामणि बिराळि बणदन लोग ।

सब्बि जगौं क्वी बण्यां रौंदन भौत पर्वाण
हैंका  तैकम  झट्ट पक्वड़ी तलदन लोग ।

जणदा नी बल मंत्र द्येखा बिच्छी को
सर्प द्वलणी हत्थ  फिर्बी कुचदन लोग।

मिल्द जब हे स्याळ ददा वळो पट्टा "संदीप "
अफ्वी औतारी अफ्वी पुजारी बणदन लोग।
               © संदीप रावत ,न्यू डांग ,श्रीनगर गढ़वाल