मेरी प्रकाशित पुस्तकें :-


(1) एक लपाग ( गढ़वाली कविता-गीत संग्रह)- समय साक्ष्य, (2) गढ़वाळि भाषा अर साहित्य कि विकास जात्रा (गढ़वाली भाषा साहित्य का ऐतिहासिक क्रम )-संदर्भ एवं शोधपरक पुस्तक - विन्सर प्रकाशन, (3) लोक का बाना (गढ़वाली आलेख संग्रह )- समय साक्ष्य, (4) उदरोळ ( गढ़वाली कथा संग्रह )- उत्कर्ष प्रकाशन ,मेरठ


Showing posts with label श्रीनगर गढ़वाल. Show all posts
Showing posts with label श्रीनगर गढ़वाल. Show all posts

Sunday, May 19, 2024

*आखर की सदस्य एवं कवयित्री अनिता काला 'अन्नु ' के हिंदी काव्य संग्रह 'बादलों के रथ पर 'के लोकार्पण समारोह का भव्य आयोजन*

श्रीनगर गढ़वाल -  *आखर चैरिटेबल ट्रस्ट* 

  *कवयित्री अनिता काला 'अन्नु ' के हिंदी काव्य संग्रह 'बादलों के रथ पर 'का लोकार्पण समारोह का भव्य आयोजन* 

     19 मई (रविवार )2024 को श्रीनगर गढ़वाल के लक्ष्य कोचिंग इंस्टिट्यूट  में    कवयित्री अनिता काला की पुस्तक 'बादलों के रथ पर ' का लोकार्पण  मुख्य अतिथि  प्रसिद्ध लोक संस्कृति कर्मी प्रो.डी.आर.पुरोहित जी ,कार्यक्रम अध्यक्ष शिक्षाविद् एवं नाथपंथ पर वृहद शोध करने वाले  वरिष्ठ साहित्यकार डॉ.विष्णु दत्त कुकरेती जी , अति विशिष्ट अतिथि हे.न.ब. गढ़वाल केंद्रीय विश्व विद्यालय श्रीनगर गढ़वाल के अवकाश प्राप्त प्रो.सम्पूर्ण सिंह रावत जी ,विशिष्ट अतिथि  लक्ष्य कोचिंग इंस्टिट्यूट के निदेशक श्री जितेन्द्र धिरवाण जी, विशिष्ट अथिति साहित्यकार भगत सिंह राणा 'हिमाद' जी, प्रसिद्ध कवयित्री एवं साहित्यकार श्रीमती उमा घिल्डियाल जी,आखर के अध्यक्ष  संदीप रावत आदि द्वारा किया गया। 
       कार्यक्रम का शुभारम्भ  अथितियों  के स्वागत एवं दीप प्रज्वलन के पश्चात् कवयित्री राधा मैंदोली जी के  सरस्वती वंदना  के सुमधुर गायन एवं  कवयित्री अंशी कमल द्वारा स्वागत गान की प्रस्तुति से हुई। अथितियों हेतु स्वागत भाषण डॉ.नागेंद्र रावत द्वारा दिया गया साथ ही उनके द्वारा आखर का संक्षिप्त परिचय रखा गया। आखर की कोषाध्यक्ष एवं कवयित्री  रेखा चमोली जी द्वारा इस काव्य संग्रह की रचयिता श्रीमती अनिता काला जी का परिचय और साहित्य के क्षेत्र में किया गया कार्य सभी के सम्मुख रखा गया ।
     मुख्य अतिथि प्रो.डी.आर.पुरोहित जी ने लोकर्पित पुस्तक को महत्वपूर्ण बताते हुए कहा कि- 'कवयित्री की रचनाएं यहां के लोक से जुड़ी हैं। कवयित्री की परवारिक पृष्ठभूमि साहित्यिक  रही है।'कार्यक्रम अध्यक्ष डॉ. विष्णु दत्त कुकरेती  जी ने इस अवसर पर अपने विद्वतापूर्ण वक्तव्य में कहा कि -' इस काव्य संग्रह की रचनाएं विविध रंग लिए हुए हैं। लेखन एवं साहित्य सृजन ईश्वरीय कृपा से हो पाता है। ' अति विशिष्ट अतिथि हे.न.ब. गढ़वाल केंद्रीय विश्व विद्यालय श्रीनगर गढ़वाल से अवकाश प्राप्त  प्रो.सम्पूर्ण सिंह रावत जी ने कहा कि - 'परिवारिक परिस्थितियों में एक महिला द्वारा पुस्तक का प्रकाशन करना एवं अपने भावों को शब्द के रंगों में पिरोना आसान नहीं होता।सोशल मीडिया के इस दौर में वर्तमान पीढ़ी पुस्तकों से दूर होती जा रही है।'
      कार्यक्रम में  विशिष्ट अथिति के रूप में श्री जितेंद्र धिरवाण  जी एवं जोशीमठ से साहित्यकार श्री भगत सिंह राणा जी,वरिष्ठ कवयित्री श्रीमती उमा घिल्डियाल जी , श्री सतीश काला जी आदि ने भी  कार्यक्रम में अपने विचार रखे।
       काव्य संग्रह की समीक्षात्मक टिप्पणी में पुस्तक की भूमिका लिखने वाले रुद्रप्रयाग से आए श्री नंदन राणा 'नवल ' जी ने  कहा  कि  ' इस काव्य संग्रह में विभिन्न विषयों को आधार बनाकर  रचनाएं लिखी  गई हैं जिनमें कवयित्री ने प्रतीकों एवं रूपकों का प्रयोग किया है। '
      लोकर्पित पुस्तक की कवयित्री अनीता काला जी इस अवसर पर कहा कि -'इस पुस्तक को लिखने का मुख्य उद्देश्य यह है कि मेरे विचार और मेरी भावनाएं आम जन तक पहुंचे। इस कार्य में मेरे पति देव जी ने हमेशा भरपूर सहयोग दिया ' साथ ही अनीता काला जी ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों एवं कार्यक्रम को सम्पन्न करने हेतु आखर ट्रस्ट का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम का  सफल एवं विद्वता पूर्ण संचालन डॉ.अरुण भट्ट जी ने किया । 
        कार्यक्रम में उखीमठ की कविता मैठाणी भट्ट, साईनी कृष्ण उनियाल जी , कमला नौटियाल जी आदि द्वारा सुमधुर काव्य पाठ किया गया। कार्यक्रम के अंत में  आखर ट्रस्ट के संस्थापक एवं अध्यक्ष संदीप रावत द्वारा कार्यक्रम में उपस्थित सभी विद्वतजनों, गुणीजनों एवं उपस्थित आखर के सभी सदस्यों का आभार एवं धन्यवाद व्यक्त किया गया।  
          कार्यक्रम में  जैंती रुद्रप्रयाग से प्रधानाचार्य श्री शैलेन्द्र प्रसाद थपलियाल जी, अवकाश प्राप्त प्रधानाचार्य श्री पुरुषोत्तम दत्त काला जी,अनीता काला जी के पति श्री सतीश काला जी, पौड़ी से अपर पुलिस अधीक्षक (ASP)श्री अनूप काला जी,अज़ीम प्रेमजी फाउंडेशन के डॉ.प्रदीप अंथवाल जी,पूर्व जिला पंचायत सदस्य (खिर्सू )एवं समाज सेवी श्री लखपत सिंह भंडारी जी ,व्यापार संघ अध्यक्ष (श्रीनगर )श्री दिनेश असवाल जी,  जिला अध्यक्ष व्यापार संघ  श्री वासुदेव कंडारी जी,श्री दिनेश पटवाल जी,डॉ.नागेंद्र रावत जी,रेखा चमोली जी,कवयित्री अंशी कमल जी,श्री भूपेंद्र नेगी जी, ज्योतिषाचार्य श्री भाष्करानंद अंथवाल जी ,अंजना घिल्डियाल जी, प्रसिद्ध रंगकर्मी विमल बहुगुणा जी , साहित्यकार श्री शम्भू प्रसाद स्नेहिल जी,समाज को समर्पित एवंआंदोलनकारी श्री अनिल स्वामी जी,श्री डी.पी.खंडूड़ी जी , रिजनल रिपोर्टर की गंगा असनोड़ा थपलियाल जी ,उपासना भट्ट जी ,शिक्षिका संगीता फरासी जी ,शिक्षिका पूनम रतूड़ी जी,कवयित्री राधा मैंदोली जी,कवयित्री साईनीकृष्ण उनियाल जी , रेखा अग्रवाल जी,कमला उनियाल जी उखीमठ से कवयित्री कविता मैठाणी भट्ट जी,राकेश जिरवान , गढ़ कवि आशीष सुन्द्रियाल जी एवं गढ़ कवि देवेंद्र उनियाल जी, नंदकिशोर नैथानी जी, श्री रमोला जी,शिक्षक श्री राधाकृष्ण थपलियाल जी सहित अन्य शिक्षकों एवं मीडिया जगत  की गरिमामयी उपस्थिति रही ।
                                      संदीप रावत
                          अध्यक्ष:आखर ट्रस्ट,श्रीनगर गढ़वाल

Thursday, June 1, 2023

गढ़वाली रचना - बलिदान ©संदीप रावत, आखर, न्यू डांग श्रीनगर गढ़वाल।

              'बलिदान'

कै खुणि
अर! के खुणि
हुईं होलि
य सगर -बगर?
उठापोड़
अर! खदर-बदर,
सैद!फेर तैयारी छ
कखि कैs
चिरान -कटानै
अर!पुराणि पछयाण मिटाणैअजकालै सभ्यता 
अर! बिकास का नौ परैं।
        ©संदीप रावत, आखर
              श्रीनगर गढ़वाल।



Monday, December 19, 2022

डॉ. गोविन्द चातक जयन्ती के उपलक्ष्य पर आखर चैरिटेबल ट्रस्ट द्वारा गढ़ रत्न श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी को प्रदान किया गया 'डॉ.गोविन्द चातक स्मृति आखर साहित्य सम्मान, वर्ष -2021'..©संदीप रावत, आखर,श्रीनगर गढ़वाल

      आखर चैरिटेबल ट्रस्ट,श्रीनगर गढ़वाल द्वारा डॉ. गोविन्द चातक जी की जयन्ती के उपलक्ष्य पर विगत वर्षों की भांति 18 दिसम्बर 2022(रविवार) को नगर पालिका सभागार(श्रीनगर गढ़वाल) में 'डॉ.गोविन्द चातक स्मृति व्याख्यान माला ' एवं डॉ. गोविन्द चातक स्मृति आखर साहित्य सम्मान ' कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम में   सुप्रसिद्ध लोकगायक श्रद्धेय श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी को अपनी कालजयी रचनाओं से 'गढ़वाली भाषा' एवं 'गढ़वाली गीत साहित्य' में अमूल्य योगदान देने हेतु  'डॉ.गोविन्द चातक स्मृति आखर साहित्य सम्मान, वर्ष -2021'प्रदान किया गया। सम्मान स्वरूप उन्हें रुपए ग्यारह हजार (11,000/) की  धनराशि के साथ अंग वस्त्र , मानपत्र एवं 'आखर  विशेष स्मृति चिन्ह 'भेंट किया गया। ग्यारह हजार रुपए की सम्मान राशि डॉ.चातक जी के परिवार की ओर से दी गई। श्रद्धेय श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने यह सम्मान राशि 'आखर ट्रस्ट' को ट्रस्ट के संचालन हेतु दान कर दी ।
     सम्मानित विभूति उत्तराखण्ड के गौरव श्रद्धेय श्री नरेन्द्र सिंह नेगी  जी की  कालजयी गढ़वाली गीतों की चार  पुस्तकें प्रकाशित हैं । गढ़वाली काव्य गोष्ठीयों में भी श्रद्धेय नेगी जी की हमेशा सक्रिय, महत्वपूर्ण एवं अग्रणीय भूमिका रहती है। उनके गीतों ने गढ़वाली भाषा के लिए मानक और एक मातृभाषा आंदोलन का  काम किया है।
       'आखर 'श्रीनगर गढ़वाल द्वारा वर्ष 19 दिसम्बर  2017  में लोकसाहित्य के मूर्धन्य साहित्यकार डॉ. गोविन्द चातक जी की स्मृति में उनकी जयन्ती पर एक सफल विचार गोष्ठी और परिचर्चा का आयोजन शुरू  किया गया था।  सभी भाषा एवं  साहित्य प्रेमीजनों की शुभकामनाओं से गढ़वाली लोक साहित्य एवं भाषा के क्षेत्र में स्व.डॉ.गोविन्द चातक जी के भगीरथ योगदान से प्रेरणा लेकर  वर्ष -2018 से   डॉ.गोविन्द चातक जयन्ती के सुअवसर पर आखर समिति ,श्रीनगर गढ़वाल द्वारा 'डॉ.गोविन्द चातक स्मृति व्याख्यान'   आयोजन के साथ -साथ चातक परिवार के सहयोग से  'डॉ.गोविन्द चातक स्मृति आखर साहित्य सम्मान ' शुरू किया  गया था । तब से निरंतर  'आखर ' द्वारा यह सम्मान प्रदान किया जा रहा है। ज्ञातव्य है कि 'आखर' अब 'आखर चैरिटेबल ट्रस्ट 'के रूप में अस्तित्व में है ।
          कार्यक्रम में  'डॉ. गोविन्द चातक स्मृति व्याख्यान ' के अंतर्गत कार्यक्रम में वक्ताओं ने लोक साहित्य एवं गढ़वाली भाषा -साहित्य में डॉ.गोविन्द चातक जी के अवदान को चिरस्मरणीय एवं अतुलनीय बताया। साथ ही विस्तारपूर्वक  उनके जीवन, व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर बात रखी गई । साथ ही कहा कि -'आखर' द्वारा डॉ. चातक जैसी विभूतियों को याद किया जाना और इस तरह के कार्यक्रम  आयोजित किया जाना प्रशंसनीय कार्य है।
       मुख्य अतिथि सुप्रसिद्ध लोक संस्कृति कर्मी, रंगकर्मी  प्रो. डी. आर. पुरोहित जी ने कहा कि- 'डॉ.चातक जी ने यहां के लोक साहित्य के  संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण  योगदान दिया है।आज लोक संस्कृति के लिए ऐसे ही और शोध कार्य किए जाने की आवश्यकता है। '
    कार्यक्रम अध्यक्ष वरिष्ठ साहित्यकार एवं शिक्षाविद डॉ. विष्णु दत्त कुकरेती जी ने कहा कि -'डॉ. चातक जी  की जयन्ती के अवसर पर उन पर केन्द्रित'आखर ' द्वारा हर वर्ष जो कार्यक्रम आयोजित किया जाता है वह एक सराहनीय कार्य है। डॉ. चातक जी , श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी एवं प्रो. डी. आर. पुरोहित जी जैसे बिभूतियों से आज की पीढ़ी को सीख लेने की आवश्यकता है।'
    विशिष्ट अतिथि एवं लोक साहित्य की गहरी समझ रखने वाले प्रो. सम्पूर्ण सिंह रावत जी ने कहा कि -'डॉ.चातक जी ने यहाँ के सम्पूर्ण लोक साहित्य काे लिपिबद्ध करने का एक महत्वपूर्ण कार्य किया। हिंदी साहित्य में भी उनका  महत्वपूर्ण योगदान है।'
      इस अवसर पर श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी ने कहा कि - 'गढ़वाली भाषा  के सम्बर्धन हेतु आज बहुत प्रयास हो रहे हैं। गढ़वाली भाषा -साहित्य में आज बहुत लेखक काम कर रहे हैं। पाठ्यक्रम में भी अब गढ़वाली भाषा-साहित्य को रखा जाने लगा है तो यह गढ़वाली भाषा के लिए एक सुखद बात है।साथ ही कहा कि- डॉ.चातक जी ने यहां के लोक साहित्य के  संरक्षण में अपना महत्वपूर्ण  एवं अविस्मरणीय योगदान दिया ।साथ ही कहा कि - 'आखर ट्रस्ट ' का इस ओर प्रयास सराहनीय है। यह सम्मान महत्वपूर्ण है क्यूंकि इस सम्मान के साथ एक लोक साहित्य ऋषि डॉ. चातक जी का नाम है।डॉ. चातक जी द्वारा संग्रहित लोक साहित्य से बहुत मैंने कुछ सीखा।' जो आजकल के गढ़वाली के नए गायक हैं  उनको बेहतर कवियों एवं गीतकारों से अच्छे गीत लेकर गाना चाहिए। और 
         अतिथि वक्ता  प्रसिद्ध गढ़वाली कवि एवं वरिष्ठ साहित्यकार श्री वीरेंद्र पंवार जी ने कहा कि - 'जब भी उत्तराखंड के लोक साहित्य का जिक्र होगा तो डॉ. चातक जी का जिक्र  अवश्य होगा। 'उन्होंने  गढ़वाली लोक साहिय एवं गढ़वाली भाषा में डॉ.गोविन्द चातक जी द्वारा दिए गए अवदान पर  विस्तार से अपनी बात रखते हुए कहा कि-गढ़वाली भाषा में भी डॉ.चातक जी का काम अतुलनीय है । श्री पंवार जी ने गढ़वाली भाषा की वर्तमान स्थिति पर भी बात रखी गयी। 
         कार्यक्रम की शुरुआत लोक परम्परानुसार 'जौ' से भरे हुए 'पाथे'  में दीप प्रज्वलन, डॉ.गोविन्द चातक जी के चित्र पर माल्यार्पण /पुष्पांजलि एवं  ट्रस्ट की सदस्य - श्रीमती साक्षी रावत एवं बीरा चौहान द्वारा मांगल गीत की प्रस्तुति से हुई। मंचासीन अतिथियों का स्वागत माल्यार्पण, बुके देकर किया गया। कार्यक्रम की गरिमा बढ़ा रहे उपस्थित सभी अथितियों का स्वागत ट्रस्ट के  संस्थापक एवं अध्यक्ष संदीप रावत ने किया साथ ही 'आखर ' का परिचय सभी के सम्मुख रखा।
       कार्यक्रम का संचालन ट्रस्ट के उपाध्यक्ष डॉ. नागेंद्र रावत ने किया। ट्रस्ट की सदस्य श्रीमती अनीता काला  जी ने डॉ.गोविन्द चातक जी का जीवन परिचय सामने रखा । ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष श्रीमती रेखा  चमोली ने श्रद्धेय नेगी जी  के सम्मान ने  सम्मान पत्र का वाचन किया। 
        ट्रस्ट के अध्यक्ष संदीप रावत ने सम्मानित विभूति श्री नरेन्द्र सिंह नेगी जी के व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर विस्तार से बात रखते हुए कहा कि -'श्रद्धेय नेगी जी ने अपने कालजयी गीतों के माध्यम से गढवाली भाषा को एक नया आयाम दिया और  इसे विश्व पटल पर पहचान दिलायी। श्रद्धेय नेगी जी ने हमेशा मुझ जैसे नए लेखकों को सदैव प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया। हिमालय जैसे विराट व्यक्तित्व के बावजूद भी सहज एवं सरल श्रद्धेय नेगी जी को सम्मानित करके 'आखर' आज स्वयं सम्मानित हुआ है और गौरवान्वित हुआ है।'
     साथ ही संदीप रावत ने कहा कि -इस कार्यक्रम का मुख्य उद्देश्य उत्तराखण्ड की  महान  विभूति डॉ.गोविन्द चातक जी की जयन्ती के अवसर पर गढ़वाली भाषा -साहित्य एवं लोक साहित्य में उनके योगदान से सभी को परिचित करवाने के साथ  जो  यहाँ के वरिष्ठ साहित्यकार हैं और जो गढ़वाली भाषा -साहित्य में अपना अमूल्य योगदान दे रहे हैं, डॉ.चातक जी जैसे साहित्य साधक हैं उनका परिचय सभी के सम्मुख रखना एवं  ट्रस्ट द्वारा हर वर्ष 'डॉ. गोविन्द चातक स्मृति आखर साहित्य सम्मान 'से ऐसी एक विभूति को सम्मानित करना है। आखर चैरिटेबल ट्रस्ट बहुत गम्भीरता से इस दिशा में काम करने का प्रयास कर रहा है।
         इस अवसर पर  डॉ.गोविन्द चातक जी के  परिवार की ओर से उनके पौत्र  एवं डॉ.गोविन्द चातक जी की सुपुत्री श्रीमती सुजाता कण्डारी बिष्ट जी के सुपुत्र  श्री सौरभ बिष्ट जी, विशिष्ट अतिथि के रूप में सम्मानित विभूति श्री नेगी जी की धर्मपत्नी श्रीमती ऊषा नेगी जी,अथिति प्रसिद्ध मंच संचालक एवं गढ़वाली पत्रिका 'धाद ' के सम्पादक श्री गणेश खुगसाल 'गणी  की उपस्थिति के साथ कार्यक्रम में सम्मानित मीडिया जगत,  श्रीनगर की सम्भ्रांत जनता उपस्थित थी ।
       घंटाकर्ण देवता के रावल श्री दिनेश जोशी जी,श्री भरत सिंह कंडारी जी,श्री दर्शन सिंह भंडारी जी , डॉ. अरुण कुकसाल जी,प्रसिद्ध समाज सेवी श्री अनिल स्वामी जी ,अजीम प्रेमजी फाउंडेसन के डॉ.प्रदीप अंथवाल जी,प्रसिद्ध रंगकर्मी श्री विमल बहुगुणा जी, गढ़ कवि श्री देवेंद्र उनियाल जी, श्रीमती बिमला राणा जी,श्रीमती गंगा असनोड़ा थपलियाल जी ,श्रीमती उपासना कर्नाटक जी,श्री शम्भू प्रसाद स्नेहिल जी,श्री मुकेश काला जी,श्री गंभीर सिंह रौतेला जी,श्रीनगर व्यापार सभा अध्यक्ष श्री दिनेश असवाल जी,श्री वासुदेव कंडारी, श्री दिनेश पटवाल जी,श्री जीतेन्द्र धीरवान जी,डॉ.गोविन्द चातक जी के गाँव से  श्री रघुबीर सिंह कंडारी जी , श्री महेन्द्र बंगवाल जी,डॉ. नीतेश बोंठियाल जी, पौड़ी से डॉ. नीलम नेगी जी एवं श्रीमती लक्ष्मी पंवार जी,श्री राजेंद्र रावत जी,सबधारखाल पौड़ी से श्रीमती लक्ष्मी बिष्ट जी, श्रीमती रश्मि रतूड़ी जी,आखर के वरिष्ठ सदस्य श्री देवेश्वर प्रसाद खंडूरी जी,डॉ. गिरीश चन्द्र भट्ट जी,श्री नन्दकिशोर नैथानी जी , डॉ. अशोक कुमार बडोनी जी, श्री विभोर बहुगुणा जी,श्री महेंद्र सिंह नेगी जी,श्री प्रभाकर बाबुलकर जी, श्रीमती संध्या नौटियाल डिमरी जी, वन्दना नेगी जी, रेखा पटवाल जी,श्रीमती सायिनी कृष्ण उनियाल जी,श्रीमती मीना डोभाल जी,श्रीमती संगीता पंवार जी,श्रीमती ज्योति जैन मेवाड़,श्री सतीश काला जी, डांग व्यापार सभा अध्यक्ष श्री सौरभ पाण्डेय, श्रीमती अंशी कमल जी, श्रीमती ज्योति रावत जी, देहरादून से आखर के ट्रस्टी श्री विक्रम रावत जी एवं श्री गोविन्द मेहता जी,ट्रस्टी श्रीमती बविता थपलियाल जी ,ट्रस्ट की मुख्य ट्रस्टी श्रीमती लक्ष्मी रावत जी ,  ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष  श्रीमती रेखा चमोली जी ,सदस्य- श्रीमती साक्षी रावत जी ,श्रीमती अनीता काला जी, श्रीमती बीरा चौहान जी , मयंक पंवार, कु. प्रियंका पंवार, कु. अर्चना बिष्ट, कुलदीप मेवाड़,कु. श्वेता पंवार , कु. अर्चना बिष्ट, ,शिक्षक -शिक्षिकाओं, साहित्यिक एवं सामाजिक सरोकारों से जुड़े व्यक्तियों की उपस्थिति में कार्यक्रम एवं सम्मान समारोह सम्पन्न हुआ।
      
       'आखर चैरिटेबल ट्रस्ट' के संस्थापक /अध्यक्ष संदीप रावत ने कार्यक्रम के अंत में उपस्थित मंचासीन अथितियों,  श्रीनगर की कार्यक्रम में उपस्थित गणमान्य जनता , मीडिया जगत के साथ ही अपने सभी सम्मानित ट्रस्टियों -कार्यक्रम में उपस्थित ट्रस्ट के उपाध्यक्ष डॉ. नागेंद्र रावत जी,  कोषाध्यक्ष -श्रीमती रेखा चमोली जी,ट्रस्टी  श्री विक्रम रावत जी,श्री गोविन्द मेहता जी,ट्रस्टी बविता थपलियाल जी,मुख्य ट्रस्टी श्रीमती लक्ष्मी रावत जी , सदस्य -श्री सौरभ बिष्ट जी,श्रीमती साक्षी रावत जी, श्रीमती बीरा चौहान जी ,श्रीमती अनीता काला जी,श्वेता पंवार एवं अर्चना बिष्ट का आभार प्रकट करने के साथ नगरपालिका परिषद की माननीय अध्यक्ष श्रीमती पूनम तिवाड़ी जी का कार्यक्रम हेतु नगरपालिका सभागार उपलब्ध कराने हेतु विशेष आभार, धन्यवाद व्यक्त किया।
                                               संदीप रावत
                                        आखर चैरिटेबल ट्रस्ट 
                                               श्रीनगर गढ़वाल

Tuesday, July 26, 2022

गढ़वाली रचना -सीख ©संदीप रावत, न्यू डांग-ऐठाणा,श्रीनगर गढ़वाल

    ' सीख '
भलि छ तुमारि
य भारि जीत,
पण! मि खुणि छ
य प्यारि सीख।
गद्यरा रुसायां छन त
क्वी बात नि,
एक पंद्यारु भौत छ
बुझौणा खुणि मेरि तीस।
            ©संदीप रावत, न्यू डांग-ऐठाणा
                 श्रीनगर गढ़वाल।


Monday, February 21, 2022

'आखर चैरिटेबल ट्रस्ट ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस ' ©संदीप रावत, न्यू डांग, श्रीनगर गढ़वाल।

'आखर चैरिटेबल ट्रस्ट ने मनाया अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस '
              
श्रीनगर गढ़वाल (21 फरवरी 2022)- गढ़वाली भाषा -साहित्य के संरक्षण एवं सम्बर्धन हेतु प्रयासरत 'आखर चैरिटेबल ट्रस्ट' ने 21 फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस पर ट्रस्ट के कार्यालय रावत, न्यू  डांग में कार्यक्रम आयोजित किया । इस अवसर पर वक्ताओं ने कहा कि -हमारी मातृभाषा ही हमारी पहचान है । मातृभाषा के पक्ष में विचार रखते हुए रचनाकारों /वक़्ताओं ने गढ़वाली भाषा को बढ़ावा देने, नई पीढ़ी को अपनी मातृभाषा से जोड़ने एवं इस भाषा के संरक्षण पर जोर दिया।
      आखर ट्रस्ट द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की शुरुआत दीप प्रज्वलन एवं कवयित्री अंशी कमल द्वारा गढ़वाली सरस्वती वंदना से हुई। कार्यक्रम में साहित्यकार एवं शिक्षाविद डॉ.अशोक बडोनी कहा कि - गढ़वाली भाषा के जो शब्द प्रचलन से बाहर हो रहे हैं उनको संरक्षित करने की आवश्यकता है।प्रत्येक को अपनी मातृभाषा के विकास व संरक्षण हेतु आगे आना ही होगा।'
      ट्रस्ट के उपाध्यक्ष एवं हे. न. ब. ग. विश्वविद्यालय के असिस्टेंट प्रो. नागेंद्र रावत ने कहा कि -'अपनी मातृभाषा के प्रति हमें अपने दायित्वों को समझना होगा।एकल परिवार होने के कारण, दादा -दादी, नाना -नानी आदि के साथ नई पीढ़ी के न रह पाने के कारण भी आज अपनी मातृभाषा के प्रति हम सभी के दायित्व और भी बढ़ गए हैं । इस दिवस को मनाने का कारण यह है कि -कहीं ना कहीं आमजन अपनी दुधबोली से दूर हो रहा है।
       ट्रस्ट की कोषाध्यक्ष एवं कवयित्री रेखा चमोली ने कहा कि - " हमें मातृभाषा बचाने की पहल अपने घर से करनी होगी।हमारी मातृभाषा ही हमारी असली पहचान है । " योगा तृतीय सेमिस्टर की छात्रा श्वेता पंवार ने कहा कि - " हमें अपनी मातृभाषा में बात करते हुए शर्म महसूस नहीं होनी चाहिए एवं स्वयं ही बेझिझक होकर अपने से इसकी शुरुआत करनी चाहिए।अपनी मातृभाषा के संरक्षण एवं सम्बर्धन हेतु । "
      कार्यक्रम का संचालन करते हुए ट्रस्ट के अध्यक्ष संदीप रावत ने गढ़वाली भाषा की शब्द सामर्थ्य पर विचार रखे एवं कहा कि - अभिव्यक्ति की एक सशक्त माध्यम गढ़वाली भाषा के संरक्षण एवं सम्बर्धन की जिम्मेदारी हम सभी की बनती है। साथ ही संदीप रावत ने कहा कि - भाषाओं एवं बोलियों पर वैश्विक संकट को देखते हुए यूनेस्को ने वर्ष 2000 से प्रत्येक वर्ष 21फरवरी को अंतर्राष्ट्रीय मातृभाषा दिवस मनाने का निर्णय लिया था। मूल रूप में यह दिवस सारे विश्व में भाषा के पहले आंदोलन जो कि ढाका में बांग्ला भाषा के लिए हुआ था उसमें कई लोग शहीद हुए थे, तो उनकी याद में भी तब से यह दिवस मनाया जा रहा है। हम सभी को अपने दैनिक जीवन में इसे व्यवहार में लाना होगा।'
      इस अवसर पर कु.कंचन पंवार,अंशी कमल, रेखा चमोली आदि ने अपनी गढ़वाली रचनाएं प्रस्तुत की। कार्यक्रम में संजय रावत,मयंक पंवार, संगीता पंवार आदि भी उपस्थित थे। अंत में ट्रस्ट की मुख्य ट्रस्टी श्रीमती लक्ष्मी रावत ने कार्यक्रम में उपस्थित सभी अतिथियों का आभार व्यक्त किया।



Saturday, January 8, 2022

श्रीनगर गढ़वाल में 'लॉयन्स इंटरनेशनल क्लब 'का प्रथम अधिष्ठापन समारोह एवं सम्मान समारोह आयोजित--संदीप रावत

श्रीनगर गढ़वाल में   'लॉयन्स इंटरनेशनल क्लब 'का  प्रथम अधिष्ठापन समारोह एवं सम्मान समारोह आयोजित...


          श्रीनगर गढ़वाल - 08 जनवरी को नगर निगम सभागार श्रीनगर गढ़वाल में लॉयन्स क्लब,श्रीनगर गढ़वाल ( लॉयन्स इंटरनेशनल क्लब )का गरिमामयी प्रथम अधिष्ठापन समारोह सम्पन्न हुआ। कई नए सदस्यों ने इसकी सदस्यता ली। इस अवसर पर मुख्य वक्ता LEO Lion Dr. Gaurav Garg District Governor, Lion Rajneesh Goel, Lion Bhajanpreet Singh Sabharwal, Shri Vinod Bahuguna के सभी सदस्यों को बधाई देते हुवे क्लब के सभी सदस्यों को अग्रिम भविष्य की शुभकामनाएं प्रेषित की। समारोह के मुख्य वक्ता LEO Lion Dr. Gaurav Garg (District governor )थे।
     उत्तराखंड के सम्पूर्ण पहाड़ी क्षेत्र में श्रीनगर गढ़वाल में लॉयन्स इंटरनेशनल क्लब की गत वर्ष सितंबर में पहली शाखा खुली एवं श्रीनगर के सम्भ्रान्त व्यक्ति इसके सदस्य हैं। इतने कम समय में श्रीनगर लायंस क्लब कई बैहतर सामाजिक कार्य कर चुका है। लॉयन्स क्लब (श्रीनगर गढ़वाल)के अध्यक्ष श्री राजीव कुमार विश्नोई, उपाध्यक्ष श्री जितेन्द्र धिरवान ,सचिव श्री वासुदेव कंडारी एवं कोषाध्यक्ष श्री प्रमोद उनियाल हैं।
     लॉयन्स इंटरनेशनल क्लब की वर्तमान में 210 देशों में शाखाएं हैं, और समाज सेवा में यह अग्रणीय भूमिका में है। लॉयन्स इंटरनेशनल क्लब का आदर्श वाक्य है 'WE SERVE ' बेहद प्रेरित और प्रभावित करने वाला है।
कार्यक्रम में श्रीनगर गढ़वाल के समाज सेवियों, शिक्षकों एवं साहित्यकारों, खेल प्रतिभाओं -
श्री नीरज नैथानी, श्रीमती संगीता फरासी, संदीप रावत, श्री देवेंद्र उनियाल, श्री शिव सिंह नेगी, आर्यन कंडारी, टीम श्रीनगर कनेक्ट आदि को सम्मानित किया गया। 
        इस अवसर पर मीडिया के साथ श्रीनगर के गणमान्य लोग उपस्थित थे। इस समरोह का सफल संचालन श्रीमती शैलेश विश्नोई  ने किया।
                                   संदीप रावत, श्रीनगर गढ़वाल।

Sunday, January 2, 2022

श्रीनगर गढ़वाल में 'उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह 'का आयोजन ©संदीप रावत, आखर


      'उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह '



श्रीनगर गढ़वाल -
         दिनाँक 02 जनवरी 2022 को छात्र नेता एवं उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी स्व.अनिल काला जी की पुण्य तिथि पर शगुन होटल (अंजलि मेडिकल स्टोर ) में श्री प्रभाकर बाबुलकर जी द्वारा 'उत्तराखंड राज्य आंदोलनकारी सम्मान समारोह ' का आयोजन किया गया। इस कार्यक्रम में स्व.अनिल काला जी के साथ राज्य आंदोलनकारी, छात्र नेता एवं पूर्व जिला पंचायत सदस्य स्व. रणजीत सिंह भंडारी जी को पुष्पांजलि एवं श्रद्धांजलि अर्पित की गई।

      इस अवसर पर श्रीमती उमा घिल्डियाल जी, श्री धीरेन्द्र घिल्डियाल जी, श्रीमती गंगा असनोड़ा जी, श्री सुधीर उनियाल जी आदि के साथ मंचासीन अतिथियों ने विचार व्यक्त किए। वक्ताओं ने राज्य आंदोलनकारी स्व.अनिल काला जी एवं स्व. रणजीत सिंह भंडारी जी के समाज एवं राज्य हेतु दिए गए अवदान पर अपने विचार रखे।

       इस सम्मान समारोह में श्रीनगर के व्यापार संघ अध्यक्ष श्री दिनेश असवाल जी मुख्य अथिति के रूप में थे।श्री कृष्णनान्द मैठाणी जी,स्व.अनिल काला जी की धर्मपत्नी श्रीमती अनीता काला जी , स्व. रणजीत सिंह भंडारी जी के बड़े भाई श्री मनवर सिंह भंडारी जी,राज्य आंदोलनकारी श्री मदन मोहन नौटियाल जी एवं श्री मुकेश काला जी आदि को सम्मानित किया गया। संचालन  श्री प्रभाकर बाबुलकर जी ने किया।

        वाकई  यह एक बहुत ही अच्छी पहल है कि - जिन्होंने समाज एवं राज्य हेतु अपना योगदान दिया, उनको आज याद किया जा रहा है एवं उनकी स्मृति में कार्यक्रम आयोजित किए जा रहे हैं। विपरीत परिस्थितियों में भी संघर्ष करने वाले ऐसे व्यक्तित्वों को याद किया जाना बहुत आवश्यक है।
      कार्यक्रम अर्थपूर्ण एवं गरिमामयी  रहा ।कार्यक्रम में मंचसीन अतिथियों एवं वक्ताओं के साथ श्रीमती कुसुम चमोली जी,आखर से श्रीमती अंजना घिल्डियाल जी एवं संदीप रावत, भागीरथी कला संगम से मुकेश नौटियाल जी एवं मदन गडोई, श्री सुधाकर बाबुलकर जी, एडवोकेट एवं पत्रकार श्री सुधीर उनियाल जी, श्री सुनील सिलस्वाल जी, स्व. अनिल काला जी एवं स्व. रणजीत सिंह भंडारी के पारिवारिक सदस्यों के साथ कई अन्य गणमान्य एवं मीडिया से जुड़े लोग उपस्थित थे।

                                         संदीप रावत
                           अध्यक्ष-आखर चैरिटेबल ट्रस्ट
                                       श्रीनगर गढ़वाल।